कंप्यूटर प्रोग्राम व्यवस्थित निर्देशों की एक सूची
होती है ,जिसको
जब कार्यान्वित या एक्सेक्युट किया जाता है ,तो कंप्यूटर ,सूची
में मौजूद निर्देशों के अनुसार कार्य करने लगता है / सी पी यू के माइक्रोचिप सिर्फ दो व्युद्वीतीय
अवस्था कों समझ सकता है ,ऑन
या ऑफ ,जो
बाइनरी में जीरो या 1 होता है / कंप्यूटर प्रोग्रामर
कंप्यूटर के इंटरप्रेटर या कंपाइलर को लिखते है ,जिसका
काम हाई लेवल कंप्यूटर प्रोग्राम्मिंग भाषा
के सोर्स कोड को मशीन लैंगुएज में बदल देना है /
विजुअल बेसिक क्या है ,आइये इसके बारे में अब हम जानते हैं :
विजुअल बेसिक एक हाई लेवल कंप्यूटर प्रोग्राम्मिंग भाषा
है , जिसकी
उत्पत्ति बेसिक प्रोग्राम्मिंग लैंगुएज के डॉस वर्जन से हुई है / बेसिक जिसका मतलब होता है, बिगिनर्स
ऑल परपस सिम्बायोलिक इंस्ट्रक्शन कोड / यह दुसरे प्रोग्राम्मिंग
लैंगुएज की तुलना में आसानी से सिखा जा सकता है / अलग -अलग सोफ्टवेयर की कंपनियों ने विभिन्न प्रकार के बेसिक के वर्जन की उत्पत्ति
की है ,जैसे
की माईक्रोसोफ्ट क्यु बेसिक ,क्विक बेसिक,जी
डव्लू बेसिक ,
IBM
BASICA इत्यादि / आज के इस दौर में माईक्रोसोफ्ट विजुअल
बेसिक का इस्तेमाल लोग ज्यादा करते हैं /
बेसिक और विजुअल बेसिक में मुख्य अंतर यही है, की
विजुअल बेसिक एक इवेंट ड्रिवेन प्रोग्राम्मिंग भाषा है / बेसिक में ग्राफिकल यूजर इंटरफेस नहीं
होता है / मतलब यह है ,की
बेसिक में कंप्यूटर और मनुष्य आपस में संवाद या पारस्परिक क्रिया किसी ग्राफिकल ऑब्जेक्ट
के द्वारा नहीं करते है, ये ग्राफिकल
ऑब्जेक्ट विन्डोज़ ,आइकन
या मेन्यू आदि हो सकते हैं /
विजुअल बेसिक में प्रोग्राम को ग्राफिकल एन्वायरनमेंट
में रन किया जाता है / जबकि पुराने बेसिक भाषा में हर ग्राफिकल ऑब्जेक्ट जो आप कंप्यूटर स्क्रीन
पर देखते हैं , उसके लिए प्रोग्राम के कोड लिखे जाते है / विजुअल बेसिक में आप सिर्फ ड्रैग एंड ड्रॉप के जरिये ग्राफिकल ऑब्जेक्ट
को फॉर्म पे कहीं भी खीच कर ले जा सकते है /
हम इस ग्राफिकल ऑब्जेक्ट का रंग जो की ऑब्जेक्ट का गुण
या प्रोपर्टी है ,उसे
हम प्रोपर्टी विंडो का इस्तेमाल करके बदल सकते हैं /
अब आपके मन में यह प्रश्न जरूर उठा होगा की फॉर्म होता
क्या है ? नीचे एक सिम्पल विजुअल बेसिक फॉर्म
का उदाहरण है /
यह किसी दुसरे फॉर्म की तरह ही होता है , इसमें फॉर्म के हेडर एरिया पर कैप्शन दिए गए हैं, जहाँ फॉर्म का नाम फॉर्म १ है , कंट्रोल मेन्यू है, और मिनिमाईज़,मैक्सिमाईज और क्लोज बटन्स हैं / विंडो एक कंप्यूटर स्क्रीन पर एक रेक्टेंगुलर एरिया होता है , और उस रेक्टेंगुलर
एरिया के अंदर कोई भी रखा चीज उस विंडो का हिस्सा होता है / ठीक उसी तरह फॉर्म के अंदर खुलने वाले फॉर्म कंट्रोल्स के विंडो के लिए यह
फॉर्म एक फ्रेम की तरह काम करता है
/ और भी फॉर्म से जुडी जानकारी आपको इस ब्लॉग के अगले
हिस्से में मिलेगी /
हर ऑब्जेक्ट की प्रोग्राम्मिंग स्वतंत्र रूप से अलग
से की जाती है, ताकि वह ऑब्जेक्ट यूजर के क्लीक या दुसरे इवेंट या घटनाओ पर अपनी प्रतिक्रिया दे सके /
इसलिए विसुअल बेसिक प्रोग्राम बहुत सारे सब प्रोग्राम
या छोटे-छोटे प्रोग्राम से मिल कर बने होते हैं / हर प्रोग्राम को हम स्वतंत्र रूप से कार्यान्वित
या एक्सेक्युट करते है / बाद में सभी प्रोग्राम को एक दुसरे से
लिंक कर दिया जाता है /
विजुअल बेसिक में आप किसतरह के प्रोग्राम लिख सकते हैं, आइये जानते है :
विजुअल बेसिक ६ में आप अपने प्रोग्राम को अपनी जरूरत के अनुसार बना सकते है / उदाहरण के लिए यदि आप किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी के लेक्चरर हैं, तो आप शिक्षा से जुड़े प्रोग्राम या एप्लीकेशन सोफ्टवेयर बनायेंगे ,जिससे शिक्षा ज्यादा प्रभावी या रोचक बने / यदि आप व्यापर करते हैं, तो व्यापर से जुड़े प्रोग्राम या एप्लीकेशन सोफ्टवेयर बनायेंगे जो आपके व्यापर के उत्पादकता को बहुत तेजी से बढ़ा देता है / यदि आप गेम के प्रोग्रामर हैं, तो उसकी प्रोग्राम्मिंग भी यहाँ कर सकते हैं / अंततः कोई सीमा नहीं है, की आप इसमें किस तरह के प्रोग्राम या ऐप्प्लिकेशन बना सकते है /
विजुअल बेसिक ६ इंटेग्रेटेड डेवेलपमेंट एनवायरनमेंट के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी :
विजुअल बेसिक ६ में प्रोग्राम्मिंग करने से पहले आपको
अपने कंप्यूटर में विजुअल बेसिक ६ को इंस्टाल करना होता है /
शुरू करने पर विजुअल बेसिक ६ में आपको एक डायलोग बॉक्स
नजर आता है / इसका इस्तेमाल हम किसी नए प्रोजेक्ट को उत्पन्न
करने के लिए , किसी पहले से
मौजूद प्रोजेक्ट को खोलने के लिए करते हैं /
प्रोजेक्ट बहुत सारे फाइल का संग्रह होता है / जिसका इस्तेमाल एप्लीकेशन
सोफ्टवेयर बनाने के लिए किया जाता है /
स्टैंडर्ड ई एक्स ई प्रोग्राम को उत्पन्न करने के लिए हम स्टैंडर्ड ई एक्स ई आइकन पे क्लीक करते हैं ,और विजुअल बेसिक ६ प्रोग्राम्मिंग एन्वायरनमेंट
में प्रवेश करते हैं /
विजुअल बेसिक में एप्लीकेशन सोफ्टवेयर बनाने की विधि :
यहाँ पे हम विजुअल बेसिक के तकनीकी पहलू पर गौर नहीं
करेंगे /
नीचे दिए गए उदाहरण में आइये देखते हैं, की विजुअल बेसिक प्रोग्राम कैसा दीखता है :
निचे दिए गए फिगर में आप एक आसान से विजुअल बेसिक प्रोग्राम का कोड और उसका
आउटपुट देखेंगे /
सबसे पहले हम माईक्रोसोफ्ट विजुअल बेसिक ६ कों लॉन्च करते हैं / सामान्यत:
एक डिफौल्ट फॉर्म जिसका नाम फॉर्म १ होता है , आपके नए प्रोजेक्ट के शुरू करने के लिए मौजूद
होता है /
अब फॉर्म १ पर डबल क्लीक करते हैं ,सोर्स कोड विंडो जो फॉर्म १ में मौजूद है आपको
दिखाई देगा इसके लिए निचे के फिगर देखें :
सोर्स कोड विंडो
सोर्स कोड विंडो के टॉप में आपको ऑब्जेक्ट की एक सूची
मिलेगी, और उन ऑब्जेक्ट्स से जुडी इवेंट और प्रोसिजर / उपर के फिगर में दिखाई
दे रहा ऑब्जेक्ट फॉर्म है, और उससे जुडा प्रोसिजर
लोड है /
इवेंट क्या है ?
जब हम डाटा ग्रिड विउ पे क्लीक करते हैं तो यह क्लीक एक इवेंट है /
प्रोसीजर प्रोग्राम
का एक ऐसा छोटा सा ब्लाक जो एक सिंगल कार्य के लिए बना है /
जब आप ऑब्जेक्ट ब्लाक पे क्लीक करते हैं, तो एक ड्रॉप डाउन लिस्ट खुलता है ,जिसमे उन सभी ऑब्जेक्ट की सूची होती है जिसको
आपने फॉर्म पे डाला है / यहाँ पर आप एक फॉर्म देखते हैं
जिसका नाम फॉर्म १ है ,एक कमांड बटन जिसका नाम कमांड १ है , और एक लेबल जिसका
नाम लेबल १ है ,एक पिक्चर बॉक्स जिसका नाम पिक्चर १ है
/
उसी तरह जब हम प्रोसिजर बॉक्स पर क्लीक करते है , तब वैसे प्रोसिजर जिसके साथ ऑब्जेक्ट जुड़े
होते हैं, उसकी एक सूची दिखाई देती है /
list of
object
list of
procedure
कुछ प्रोसिजर जो ऑब्जेक्ट फॉर्म १ के साथ जुड़े हैं, उनको किर्यान्वित या एक्टिवेट किया जाता है / वो CLICK,DOUBLE
CLICK,DRAG DROP ,KEYPRESS इत्यादि हैं /
हर ऑब्जेक्ट का अपना प्रोसिजर का सेट होता है / यहाँ पर ऑब्जेक्ट को सेलेक्ट किया जाता है और उसके प्रोसिजर के लिए कोड लिखा
जाता है ,ताकि
वो किसी खास काम कों कर सके
/
Private Sub
Form _Load से स्टेटमेंट की शुरुआत होती है और End Sub से स्टेटमेंट खत्म होता है, इन दोनों के बीच ही आपको लाइन ऑफ
कोड लिखना होता है /
जब आप प्रोग्राम चलाने को F5 कीबोर्ड के बटन दबाते हैं तो , आश्चर्य
होगा की उसके बाद आपको कुछ भी देखने को न मिला / अगर आप प्रोग्राम के आउटपुट देखना चाहते हैं तो उसमे Form1.Show जोड़ना होगा ,या तो आपको Form _Activate () इवेंट प्रोसिजर का इस्तेमाल करना होगा / यहाँ पर अगर आप कमांड Print देते है , तो इसका मतलब ये नहीं की वो प्रिंटर का इस्तेमाल
करे , बल्कि वो प्रोग्राम का आउटपुट आपको कंप्यूटर
स्क्रीन पर दिखलाता है /
अब F5 बटन या रन बटन पर क्लिक
करते है / इसका आउटपुट निचे फिगर में दिखाया जा रहा है
Private Sub
Form_Load()
Form1.Show
Print
"WELCOME TO VISUAL BASIC TUTORIAL"
End Sub
output
window
Private Sub
Form_Activate ( )
Print 20 +
10
Print 20 -
10
Print 20 *
10
Print 20 /
10
End Sub
आप इस पर गणितीय गणना भी कर सकते हैं , जैसा की निचे
दिए गए उदाहरण में दिखाया जा रहा है /
* का मतलब होता है मल्टीप्लिकेशन ओपरेटर / मतलब होता है डिविजन ऑपरेटर
जिनका इस्तेमाल क्रमशः गुना और भागफल निकालने में होता है
/
Private Sub
Form_Activate ( )
Print 20 +
10
Print 20 -
10
Print 20 *
10
Print 20 /
10
End Sub
output
Private Sub
A = Tom
B =
“likes"
C =
“to"
D =
“eat"
E =
“burger"
Print A + B
+ C + D + E
End Sub
Private Sub
A = Tom
B =
“likes"
C =
“to"
D =
“eat"
E =
“burger"
Print A
& B & C & D & E
End Sub
The Output
of
विसुअल बेसिक एप्लीकेशन को निन्म चरण से होकर गुजरना
होता है :
१ पहले इंटरफेस की परिकल्पना या डिजाईन करे
२ कंट्रोल या ऑब्जेक्ट की प्रोपर्टी या गुण निर्धारित
करे
३ उससे जुड़े इवेंट प्रोसिजर लिखे
इवेंट प्रोसीजर क्या है :
विजुअल बेसिक में फॉर्म पर मौजूद कंट्रोल्स के लिए इवेंट प्रोसजर होता है / जब हम इन कंट्रोल्स पर डबल क्लिक करते हैं तो हम इसका इवेंट प्रोसीजर देख पातें हैं / विजुअल बेसिक एक सोर्स कोड एडिटर विंडो खोलता है, और टेक्स्ट कर्सर का पोजिशन आप टेक्स्ट के बीच में देख पाते है, जिसको स्लैस से दिखाया गया है /
Private Sub cmdExit_Click()
/ Unload the form and terminate application
Unload frmInterest
End
End Sub
प्रोग्राम इवेंट हैण्डलर को खोजता है, इवेंट हैण्डलर इसके साथ जुड़े कोड को रन करा देता है /
Private Sub cmdExit_Click()
/ Unload the form and terminate application
Unload frmInterest
End
End Sub
प्रोग्राम इवेंट हैण्डलर को खोजता है, इवेंट हैण्डलर इसके साथ जुड़े कोड को रन करा देता है /
इंटरफेस क्या है :
यह एक औजार, टूल या विचार है , जिसके द्वारा दो कॉम्पोनेन्ट आपस में संवाद ,पारस्परिक
क्रिया या व्यवहार करते हैं ,ये दो कॉम्पोनेन्ट
हार्डवेयर या सोफ्टवेयर दोनों हो सकते हैं / हार्डवेयर कॉम्पोनेन्ट जैसे की ग्राफिक्स
कार्ड या सोफ्टवेयर कॉम्पोनेन्ट जैसे की इन्टरनेट ब्राउज़र और दुसरे कॉम्पोनेन्ट जैसे की कंप्यूटर यूजर इनपुट
या आउटपुट सिस्टम का इस्तेमाल कर या उनसे जुड़े
प्रोटोकॉल का इस्तेमाल कर संवाद स्थापित करते हैं /
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